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हिंदी भाषा से जुड़े महत्वपूर्ण तथ्य

हिन्दी भारत की सबसे अधिक बोली और समझी जाने वाली भाषा है. चीन की मंडारिन के बाद यह विश्व में सबसे अधिक लोगों द्वारा बोली जाने वाली भाषा है. हिंदी के अधिकतम शब्द संस्कृत, अरबी और फारसी भाषा से लिए गए हैं. ।

➡2001 की जनगणना के अनुसार भारत में 5 सबसे ज्यादा बोली जाने वाली भाषाओं में हिंदी, बंगाली, तेलुगु, मराठी, तमिल भाषाएँ हैं.

➡विश्व में सर्वाधिक बोली जाने वाली भाषाओं में हिंदी का चौथा स्थान है.

➡भारत में सबसे ज्यादा बोली जाने वाली भाषा हिन्दी है. देश के 77% लोग हिन्दी बोलते और समझते हैं.

➡हिंदी को देवनागरी लिपि में लिखा जाता है. इसे नागरी नाम से भी पुकारा जाता है.

➡ देवनागरी में 11 स्वर और 33 व्यंजन होते हैं और इसे बाएं से दाएं ओर लिखा जाता है.

➡हिंदी भाषा के इतिहास में पहले साहित्य की रचना एक फ्रांसीसी लेखक ग्रासिन द तैसी ने की थी.

➡भारतीय संविधान ने 14 सितंबर 1949 में हिन्दी को राष्ट्रभाषा का दर्ज़ा दिया. इसलिए हर साल हम 14 सितंबर को हिन्दी दिवस के रूप में मनाते हैं.

➡हिंदी की पहली कविता प्रख्यात कवि अमीर खुसरो ने लिखी थी.

➡गूगल ने कहा है कि इंटरनेट पर हिंदी कंटेंट की मांग अब बढ़ना शुरू हो गई है. यह साल-दर-साल English कंटेंट के 19 प्रतिशत वृद्धि के मुकाबले 94 प्रतिशत बढ़ती जा रही है.

🔊पूरी दुनिया में भारत ही एक ऐसा देश है जहां सबसे ज्यादा भाषाएँ बोली जाती हैं.

➡ विभिन्न संस्कृतियों और धर्मों का देश भारत सिर्फ एक या दो भाषाओं का नहीं बल्कि 461 भाषाओं का घर है पर इनमें से 14 विलुप्त हो गईं है.

➡हिंदी भाषा सबसे सरल और लचीली है. हिन्दी बोलने एवं समझने वाले लोग पचास करोड़ से भी अधिक है.

➡सन् 2000 में हिंदी का पहला Webportal अस्तित्त्व में आया था. तभी से इंटरनेट पर हिंदी ने अपनी छाप छोड़नी प्रारंभ कर दी जो अब रफ्तार पकड़ चुकी है.

➡कम्प्यूटर के विकास के आरम्भिक काल में अंग्रेजी को छोड़कर विश्व की अन्य भाषाओं का प्रयोग बहुत कम किया जाता था. जिससे कारण सामान्य लोगों में यह गलत धारणा फैल गयी कि कम्प्यूटर अंग्रेजी के सिवा किसी दूसरी भाषा में काम ही नही कर सकता. किन्तु यूनिकोड के पदार्पण के बाद स्थिति बहुत तेजी से बदल गयी.

➡19 अगस्त 2009 में गूगल ने कहा की हर 5 वर्षों में हिन्दी की सामग्री में 94% बढ़ोतरी हो रही है.

➡आज भी संयुक्त राज्य अमेरिका (US) के 45 विश्वविद्यालय सहित पूरी दुनिया के लगभग 176 विश्वविद्यालयों में हिन्दी की पढ़ाई जारी है.

➡विदेशों में 25 से अधिक पत्र-पत्रिकाएं है जो नियमित रूप से हिंदी में प्रकाशित हो रही हैं


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