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भारत के राज्य एवं राजधानी

1. बिहार – पटना
2. पश्चिम बंगाल – कोलकाता
3. असम – दिसपुर
4. आंध्रप्रदेश – हैदराबाद | अमरावती (विजयवाड़ा क्षेत्र में प्रस्तावित)
5. उड़ीसा – भुवनेश्वर
6. उत्तर प्रदेश – लखनऊ
7. कर्नाटक – बंगलौर
8. केरल – तिरुवनन्तपुरम्
9. गुजरात – गांधीनगर
10. जम्मू-कश्मीर – श्रीनगर
11. तमिलनाडु – चेन्नई
12. त्रिपुरा – अगरतल्ला
13. नागालैंड – कोहिमा
14. पंजाब – चंडीगढ़
15. हरियाणा – चंडीगढ़
16. मणिपुर – इम्फाल
17. मध्यप्रदेश – भोपाल
18. महाराष्ट्र – मुंबई
19. मेघालय – शिलांग
20. राजस्थान – जयपुर
21. हिमाचल प्रदेश – शिमला
22. सिक्किम – गंगटोक
23. मिजोरम – आइजॉल
24. अरुणाचल प्रदेश – ईटानगर
25. गोवा – पणजी
26. उत्तराखंड – देहरादून
27. छत्तीसगढ़ – रायपुर
28. झारखंड – रांची
29. तेलंगाना – हैदराबाद

केंद्रशासित प्रदेश और उसकी राजधानी

1.दिल्ली – नई दिल्ली
2. लक्षद्वीप – कवारत्ती
3. दमन और दीव – दमन
4. अंडमान-निकोबार – पोर्ट ब्लेयर
5. चंडीगढ़ – चंडीगढ़
6. पुदुचेरी – पुदुचेरी
7. दादर व नगर हवेली – सिलवासा

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रहीम दास जी के 15 प्रसिद्ध दोहे हिंदी अर्थ सहित

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कबीरदास जी के 15 प्रसिद्ध दोहे हिंदी अर्थ सहित

🔯🔯🔯🔯🔯🔯🔯🔯🔯🔯🔯🔯 1-बुरा जो देखन मैं चला, बुरा न मिलिया कोय, जो दिल खोजा आपना, मुझसे बुरा न कोय। ➡अर्थ : जब मैं इस संसार में बुराई खोजने चला तो मुझे कोई बुरा न मिला. जब मैंने अपने मन में झाँक कर देखा तो पाया कि मुझसे बुरा कोई नहीं है. 🔯🔯🔯🔯🔯🔯🔯🔯🔯🔯🔯🔯 2-तिनका कबहुँ ना निन्दिये, जो पाँवन तर होय, कबहुँ उड़ी आँखिन पड़े, तो पीर घनेरी होय। ➡अर्थ : कबीर कहते हैं कि एक छोटे से तिनके की भी कभी निंदा न करो जो तुम्हारे पांवों के नीचे दब जाता है. यदि कभी वह तिनका उड़कर आँख में आ गिरे तो कितनी गहरी पीड़ा होती है ! 🔯🔯🔯🔯🔯🔯🔯🔯🔯🔯🔯🔯 3-बोली एक अनमोल है, जो कोई बोलै जानि, हिये तराजू तौलि के, तब मुख बाहर आनि। ➡अर्थ : यदि कोई सही तरीके से बोलना जानता है तो उसे पता है कि वाणी एक अमूल्य रत्न है। इसलिए वह ह्रदय के तराजू में तोलकर ही उसे मुंह से बाहर आने देता है. 🔯🔯🔯🔯🔯🔯🔯🔯🔯🔯🔯🔯 4-अति का भला न बोलना, अति की भली न चूप, अति का भला न बरसना, अति की भली न धूप। ➡अर्थ : न तो अधिक बोलना अच्छा है, न ही जरूरत से ज्यादा चुप रहना ही ठीक है. जैसे बहुत अधिक वर्षा भी अच्छ...

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